मुझे कभी उन लोगों से शिकायते नहीं हुई जिन लोगों से मैंने कभी किसी भी किस्म कि उम्मीदें नहीं रखी देखा जाए तो यही सही हे कि इंसान इंसान को बाद मे दुःख देता पहले उस से रखी उम्मीदें तकलीफ देती है ।। ©Harshita sahu poem #Loneliness