Nojoto: Largest Storytelling Platform

आखिर किस जंग की तयारी है ज़िन्दगी कि जंग क्या काफी

आखिर किस जंग की तयारी है
ज़िन्दगी कि जंग क्या काफी नहीं 
या ये कोई बिमारी है

लाचार कोई है यहां
कहीं भूख, कहीं ग़म
कहीं ज़ख़्म तो
कहीं तन्हाई से इन्सान कि यारी है

फुर्सत नहीं है हमें अपने आप से
कहीं बिखरे हुए हैं रिश्ते यहां 
ज़िन्दगी कि तलाश अभी जारी है
हर पल सिर्फ बेकरारी है 

तिनका तिनका जोड़ कर 
कहीं बिखरे तकदीर संवर रही है
कहीं आंखें नम है, ज़िन्दा है कोई यहां 
कोई ग़म को अपनी तकदीर समझ रहा है 

हमें अमन चाहिए, उन्हें सियासत
हमें जिंदगी चाहिए,  उन्हें रियासत
ख़त्म होगा कब ये अफरातफरी
चलो मिल कर एक आशियाना बनाते हैं
हर होंठों पर मुस्कान हो
चलो ऐसा हिन्दुस्तान बनाते हैं ।।

©Tafizul Sambalpuri
  #कबिता  NIKHAT الفاظ جو دل چو جائے Irfan Saeed Bulandshari Shiv Narayan Saxena Anshu writer  Rajeev Bhardwaj

#कबिता NIKHAT الفاظ جو دل چو جائے Irfan Saeed Bulandshari @Shiv Narayan Saxena @Anshu writer Rajeev Bhardwaj #कविता

64,270 Views