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वक्त वे वक्त जब भी हमें किसी अपने की जरूरत थी तब त

वक्त वे वक्त जब भी हमें किसी अपने की जरूरत थी तब तब हमने खुद को अकेले ही पाया है, ये अलग बात है अब किसी की जरूरत/कमी महसूस नहीं होती,
 क्योंकि हमारे सर पर महादेव का साया है।।

©भारद्वाज #वक्त वे वक्त जब भी हमें किसी अपने की जरूरत थी तब तब हमने खुद को अकेले ही पाया है, ये अलग बात है अब किसी की जरूरत/कमी महसूस नहीं होती,
 क्योंकि हमारे सर पर महादेव का साया है।।
वक्त वे वक्त जब भी हमें किसी अपने की जरूरत थी तब तब हमने खुद को अकेले ही पाया है, ये अलग बात है अब किसी की जरूरत/कमी महसूस नहीं होती,
 क्योंकि हमारे सर पर महादेव का साया है।।

©भारद्वाज #वक्त वे वक्त जब भी हमें किसी अपने की जरूरत थी तब तब हमने खुद को अकेले ही पाया है, ये अलग बात है अब किसी की जरूरत/कमी महसूस नहीं होती,
 क्योंकि हमारे सर पर महादेव का साया है।।