जख्मों पे मरहम का लिहाफ नमकीन हुआ। तब आँसुओं का मिजाज नमकीन हुआ। जब भारत माँ को ललकारा आतंकीयों ने तब लहू का रुआब नमकीन हुआ। जब रो पड़ी बंजर धरती तब पसीने का स्वाद नमकीन हुआ। खट्टी मीठी कड़वी खबरों से हर दिन का अखबार नमकीन हुआ। जब घायलों को लगाना था गले तब कुछ लोगो का लिबास नमकीन हुआ। उन्हें भुनानी थी सियासतें " पारुल " इसलिए धर्म-ओ-मज़हब का हिसाब नमकीन हुआ। पारुल शर्मा #NojotoQuote जख्मों पे मरहम का लिहाफ नमकीन हुआ। तब आँसुओं का मिजाज नमकीन हुआ। जब भारत माँ को ललकारा आतंकीयों ने तब लहू का रुआब नमकीन हुआ। जब रो पड़ी बंजर धरती तब पसीने का स्वाद नमकीन हुआ। खट्टी मीठी कड़वी खबरों से हर दिन का अखबार नमकीन हुआ।