White ये कैसा प्यार मैं कर बैठा, उनकी नज़रों में खुद को गिरा बैठा। अब तो रातें तन्हा ही कटती हैं, सुकून ये इश्क़ भी गवां बैठा। कहाँ आती होगी सुकून की नींद, उनकी आँखों से अश्क छलका बैठा। कितनी दिलकश थीं हमारी यादें, मैं उन्हें भी दुःख-दर्द दे बैठा। अब उनके दिन कहाँ ख़ुशी के हैं, तकिया-चादर भीगा मैं कर बैठा। दर्द-ओ-ग़म से निकलना मुश्किल है, कैसी मुसीबत में उन्हें डाल बैठा। कैसे कह दूं कि वो भी खुश होंगी, उनकी रातों को तन्हा मैं कर बैठा। ©theABHAYSINGH_BIPIN #sad_quotes ये कैसा प्यार मैं कर बैठा, उनकी नज़रों में खुद को गिरा बैठा। अब तो रातें तन्हा ही कटती हैं, सुकून ये इश्क़ भी गवां बैठा।