इक फ़ितूर है जो मुझे साथ लिए जा रहा है, हर जुमले, हर कसीदे के ज़ख्म सिए जा रहा है, अपनों की तलाश कई ग़ैरों के आगोश में ले गई मुझे, कोई उसका सबब अब भी सूद समेत दिए जा रहा है, कई मर्तबा गुज़ारिश की है मैंने, मग़र ये दिल नामुराद अपनी ही पसंद की किए जा रहा है, राह का पता है, ना मंज़िल का इल्म तुझे, 'तेज' क्यूँ फ़िर यूँ बेबाक हुआ जिए जा रहा है। #shayari #tej #roadsihavetraveled #life #journey #thoughts #love #heart