अनुच्छेद-370 का ही परिणाम हैं जो कश्मीर में अब भी तिरंगे जलते हैं। पथराव होता है देश भक्तों पर और जवानों के तन पे जख्म पलते है। दुश्मन की कायरता का मनोबल बढ़ता है जब कानूनी शिकंजे ढीले पड़ते हैं। मुस्तैद सैन्यबल भी टूट जायेगा जब देश में दोहरे नियम चलते है। माँ-बाप*समान परवरिश करते हैं सभी लालों की *(भारत और भारत के नियम) तो कश्मीर के पृथक नियम क्यों रहते है। शाहदत पे और कितने सैन्यबल बली चढ़ाओगे देखो कितने लाल अनुच्छेद-370 की वेदी चढते हैं । अनुच्छेद-370 हटाओ या इसे संशोधित करो जख्म यूँ ही नहीं नासूर बनते हैं। असल में शहादत और वीरता से जुड़ेगे हम तभी जब अपने नियम को हम स्वस्थ व पक्का कर लेते हैं। पारुल शर्मा भारत माता की जय । जय हिन्द। वंदे मातरम् । इंकलाब जिंदाबाद मेरी ये रचना अब सफल हुई मोदी सरकार का बहुत बहुत आभार अनुच्छेद-370 का ही परिणाम हैं जो कश्मीर में अब भी तिरंगे जलते हैं। पथराव होता है देश भक्तों पर और जवानों के तन पे जख्म पलते है। दुश्मन की कायरता का मनोबल बढ़ता है जब कानूनी शिकंजे ढीले पड़ते हैं।