"सफर ए जिंदगी तेरी कहानी लिखुँ तो लिखुँ भी क्या, तेरे रास्ते में जो ठोकरें हैं उस ठोकरें की दर्द बयां करूं तो करूं भी क्या, ये जिन्दगी तेरा खेल बड़ा ही निराला हैं तेरी शिकायत में शिकायत करूं तो करूं भी क्या, तेरे हर एक अफसाने बड़े सुहाने हैं तेरी इस सुहानी फरियाद में दर्द लिखुँ तो लिखुँ भी क्या" ✍🏻✍🏻 कवि- शोभाराम पटेल✍🏻✍🏻 ©kavi Shobharam Patel "सफर ए जिंदगी तेरी कहानी लिखुँ तो लिखुँ भी क्या, तेरे रास्ते में जो ठोकरें हैं उस ठोकरें की दर्द बयां करूं तो करूं भी क्या, ये जिन्दगी तेरा खेल बड़ा ही निराला हैं तेरी शिकायत में शिकायत करूं तो करूं भी क्या, तेरे हर एक अफसाने बड़े सुहाने हैं तेरी इस सुहानी फरियाद में दर्द लिखुँ तो लिखुँ भी क्या" ✍🏻✍🏻 *कवि- शोभाराम पटेल*✍🏻✍🏻 #dawnn