#
कितना मसरूफ है
दिल भी तेरे प्यार में,
बाजार-ए इश्क में घूमता
ख्वाहिश-ए दीदार में
गम-ए दर्द में है तेरे
फिर भी है झूमता
कभी तस्वीर को तेरे,
सीने से लगाता
कभी बांहों में भरता
तो कभी होठों से चूमता
कितना मसरूफ है
दिल भी तेरे प्यार में,
बाजार-ए इश्क में है घूमता।।mountainsnearme #Shayari