जब मेरा ज़िक्र नहीं मेरी फ़िक्र नहीं तो यक़ीनन... तुम्हें मुझसे इश्क़ नहीं क्योंकि ज़िक्र में फ़िक्र.. फ़िक्र में इश्क़ छुपा होता है.. और ये इश्क़ हर किसी से नहीं होता। #इश्क़ #ज़िक्र #फ़िक्र