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Hina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda
White ❣️ कान्हा ❣️ जिन्दगी रहेगी या नहीं रहेगी पता नहीं ❣️पर जब तक रहेगी तब तक आपको पाने की ख्वाहिश रहेगी ❣️ राधे राधे मेरे कान्हा ❣️❣️❣️❣️करूँ तेरा #ज़िक्र या💞🥀 ❣️अहसासों में रहने दूँ,,,,,💕 करूँ तुझे #महसूस या💞🥀 ❣️धड़कन में बहने दूँ,,,,,💕 तुझे लफ्जों में करूँ बयां या💞🥀 ❣️इबादत” में रहने दूँ,, 💕💕💕अपने विचारों से लड़ने की कोशिश मत करो, उन्हें अपने ऊपर नियंत्रण दिए बिना आने और जाने दो। जब आप कुछ भी नहीं कर रहे होते,न शरीर से,न मन से, न बुद्धि से तब आप अपने साथ होते हैं...🙏🌹🌹 जय श्री कृष्ण 🌹 🎄 🌹 🎄 🎄 इंसान तीन ही अच्छे होते हैं 🌹 🌹 एक जो मर गया हो 🌹 🎄 दूसरा वो जो पैदा नहीं हुआ हो 🎄 🌹 तीसरा जिसे हम जानते ही नहीं🎄राधे-राधे🌹 ©Hina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda #SunSeअपने विचारों से लड़ने की कोशिश मत करो, उन्हें अपने ऊपर नियंत्रण दिए बिना आने और जाने दो। जब आप कुछ भी नहीं कर रहे होते,न शरीर से,न मन से, न बुद्धि से तब आप अपने साथ होते हैं...🙏🌹 like comment share Facebook
Rabindra Kumar Ram
*** ग़ज़ल *** *** करें तो क्या करें *** " दिल गवारा ना करें तो क्या करें , तेरे बगैर फिर गुजारा ना करें तो क्या करें , उल्फते-ए-हयाते में ज़िक्र तेरा आज भी हैं , अब तेरा महज ज़िक्र भी ना करें तो क्या करें , मिलना तो मुकम्बल हुआ ही नहीं , तेरे हिज़्र में दिन और रात का गुजारा ना करें तो क्या करें , उल्फते-ए-हयाते ज़िक्र तेरा आज भी हैं , ऐसे भी इस रुसवाई में ना जिये भला तो क्या करें , मलाल हैं अब तेरे बाद मलाल अब कुछ भी ना रह जायेगा , तिश्नगी हैं अब मलाल कुछ भी तेरे बगैर मलाल कुछ भी नहीं रह जायेगा , रूह-ए-ख़्वाबीदा हूं जाने कब से इस उल्फत में तुझे मेरा ख्याल जाने कब आयेगा . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram *** ग़ज़ल *** *** करें तो क्या करें *** " दिल गवारा ना करें तो क्या करें , तेरे बगैर फिर गुजारा ना करें तो क्या करें , उल्फते-ए-हयाते में ज़िक्र तेरा आज भी हैं , अब तेरा महज ज़िक्र भी ना करें तो क्या करें , मिलना तो मुकम्बल हुआ ही नहीं ,
Rabindra Kumar Ram
" कल'अदम कर दे ख्याले-ए-ज़िक्र तेरा , कोई ना कोई वास्ता नहीं फिर क्यों हैं ज़िक्र तेरा , ग़ुनूदगी में रहते हैं जानें मैं कब तक तेरे क़फ़स में रहूं , मलाल तेरा फिर कुछ यूं हो की फिर कोई मलाल ना हो तेरा . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " कल'अदम कर दे ख्याले-ए-ज़िक्र तेरा , कोई ना कोई वास्ता नहीं फिर क्यों हैं ज़िक्र तेरा , ग़ुनूदगी में रहते हैं जानें मैं कब तक तेरे क़फ़स में रहूं , मलाल तेरा फिर कुछ यूं हो की फिर कोई मलाल ना हो तेरा . " --- रबिन्द्र राम #कल'अदम ( invalid) #ख्याले-ए-ज़िक्र #वास्ता #ज़िक्र
Rabindra Kumar Ram
" दिल से ज़िक्र की इक ख़्वाहिश लेकर बैठे हैं , मुहब्बत की निगाह हर तरफ कर के बैठे हैं , कहीं मिलती जो तुम तो फिर करता मैं बातें , मुख्तलिफ एहसासों को महज गुमनाम कर बैठे हैं . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " दिल से ज़िक्र की इक ख़्वाहिश लेकर बैठे हैं , मुहब्बत की निगाह हर तरफ कर के बैठे हैं , कहीं मिलती जो तुम तो फिर करता मैं बातें , मुख्तलिफ एहसासों को महज गुमनाम कर बैठे हैं . " --- रबिन्द्र राम #ज़िक्र #ख़्वाहिश #मुहब्बत #निगाह
Rabindra Kumar Ram
*** ग़ज़ल *** *** मौजुदगी *** " यूं होने को बात ये भी हैं , किसी ऐवज में कभी तेरे , कभी मेरे पले में आयेगा , वजूद फिर किस में किस की तलाश की जाये , जो जिस्म से तेरी खुशबू आयेगा , ख्वाब मेरा महज़ मेरा ख्वाब ना हो , इसमें तेरी मौजूदगी की तलाश तो मुकम्बल हो , तसव्वुर के ख्यालों के नुमाइश में , किस किस को चेहरा और तेरा नाम देता फिरे , फिर कहीं ऐसा हो तेरी मौजूदगी हो और , मेरी - तेरी जुस्तजू की तलब कोई मुकाम ले ले , यूं होने को मुस़ाफिर हम भी हैं , फिर किसी बात पे राजी तुम भी हो , बस्ल हो ऐसा की हमारे रफ़ाक़त पे यकीन आये , क्यों ना तेरा ख्वाब मुसलसल कर लें , मैं चाहे जिस जद में रहूं क्यों ना , फिर भी तुझसे इक मुलाकात कर लें , हम तेरा एहतराम यूं ही करेंगे , मुहब्बत ना भी हो तो मुहब्बत का भ्रम रखेंगे , मिल जा बिछड़ जा फिर कहीं मुख्तलिफ बात की अदावत ठहरी , यूं तेरा ज़िक्र बामुश्किल भी नहीं , करते हैं जो एहतराम ऐसे में . " --- रबिन्द्र राम #मौजुदगी #वस्ल #रफ़ाक़त #मुहब्बत #मुख्तलिफ #अदावत #ज़िक्र #एहतराम ©Rabindra Kumar Ram *** ग़ज़ल *** *** मौजुदगी *** " यूं होने को बात ये भी हैं , किसी ऐवज में कभी तेरे , कभी मेरे पले में आयेगा , वजूद फिर किस में किस की तलाश की जाये , जो जिस्म से तेरी खुशबू आयेगा ,
Rabindra Kumar Ram
*** ग़ज़ल *** *** कुछ बात *** " इतना तो इत्मीनान कर लेने दे , ज़िक्र तेरा आज भी कुछ कर लेने दे , होती नहीं मुलाकातें दिलचस्प तो क्या , तसब्बुर के ख़्यालो की नुमाइश कर लेने दे , फिर कहीं तु मिल ना मिल कहीं ऐसे में , कहीं गुमनामी मे कहीं तेरा नाम ले लेने दे , फ़ुर्सत में नहीं कहीं तु भी मुझे याद कर लें , बगैर बातों के भी कुछ बात कर लें , कोई कश्क आज भी हैं मेरे क़फ़स में ." --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram *** ग़ज़ल *** *** कुछ बात *** " इतना तो इत्मीनान कर लेने दे , ज़िक्र तेरा आज भी कुछ कर लेने दे , होती नहीं मुलाकातें दिलचस्प तो क्या , तसब्बुर के ख़्यालो की नुमाइश कर लेने दे , फिर कहीं तु मिल ना मिल कहीं ऐसे में ,
Rabindra Kumar Ram
" फ़कत ये है नहीं होता कि तुमसे कुछ बातें करते हम , मेरे ज़िक्र से रुसवाईयां ताउम्र यूं तुम रखोगे , जहां तक लगें चाहना तुम बेसबब कहीं बिछड़ जाना तुम, जहां तक दिल को ज़िक्र गुंजाइश मंज़ूर ना लगे . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " फ़कत ये है नहीं होता कि तुमसे कुछ बातें करते हम , मेरे ज़िक्र से रुसवाईयां ताउम्र यूं तुम रखोगे , जहां तक लगें चाहना तुम बेसबब कहीं बिछड़ जाना तुम, जहां तक दिल को ज़िक्र गुंजाइश मंज़ूर ना लगे . " --- रबिन्द्र राम #फ़कत #ज़िक्र #रुसवाईयां #बेसबब #ज़िक्र #गुंजाइश #मंज़ूर
Rabindra Kumar Ram
" ये ज़िक्र हैं की महज़ ख़्याल हैं ये, मेरे आंखों में फिर किसकी फ़राज़ हैं ये, मिलने-मिलानें का ज़रा लुफ्त हम भी ले, आख़िरकार ये सितमगर यार भला कैन हैं ये , --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " ये ज़िक्र हैं की महज़ ख़्याल हैं ये, मेरे आंखों में फिर किसकी फ़राज़ हैं ये, मिलने-मिलानें का ज़रा लुफ्त हम भी ले, आख़िरकार ये सितमगर यार भला कैन हैं ये , --- रबिन्द्र राम #ज़िक्र #महज़ #ख़्याल#आंखों #फ़राज़ #ज़रा #लुफ्त #सितमगर
अदनासा-
जिनका ज़िक्र तुम सुबह-शाम करते हो उन्हें तुम्हारी कोई फ़िक्र तक नही होती जो तुम्हारी फ़िक्र में रोज़ जीते मरते हो तुम्हें क्यों उनकी परवाह ही नही होती ©अदनासा- #हिंदी #परवाह #ज़िक्र #फ़िक्र #ज़िन्दगी #Instagram #Facebook #Pinterest #अपने #अदनासा
Bhavana kmishra
अफसानों में ज़िक्र तुम्हारा, सपनों में भी आते ख़्वाब हैं.. मालूम था हमें मिलेगा सिर्फ़ दर्द ही, मगर ये दर्द भी "भावना" लाजवाब है..। ©Bhavana kmishra #ज़िक्र तुम्हारा Mili Saha @gyanendra pandey Ra J Atul Pramanik SAUD ALAM R K Mishra " सूर्य " Simab Eak Ehsaas Lalit Saxena SURAJ PAL SINGH अब्र (Abr) Sunita Pathania भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन Vickram AD Grk Ambika Mallik अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर Anil Ray Puja Udeshi Balwinder Pal Poonam Suyal