### कहानी: खोया हुआ सपना गाँव के एक छोटे से घर में, रामू नाम का एक लड़का रहता था। वह पढ़ाई में बहुत अच्छा था, लेकिन उसके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। उसके पिता किसान थे और हमेशा काम में व्यस्त रहते थे। रामू का सपना था कि वह बड़ा होकर डॉक्टर बने। हर शाम, रामू अपने गाँव के स्कूल में पढ़ाई करता। उसकी माँ हमेशा उसे प्रोत्साहित करती, लेकिन पैसे की कमी उनके सपनों पर एक अंधेरा साया डालती थी। एक दिन, रामू ने सुना कि गाँव में एक गरीब छात्रों के लिए छात्रवृत्ति का प्रावधान है। उसकी आँखों में उम्मीद की चमक आ गई। रामू ने मेहनत की और परीक्षा में उत्कृष्ट अंक प्राप्त किए। जब छात्रवृत्ति की घोषणा हुई, तो उसे पूरे गाँव में पहले स्थान पर आने की खुशी मिली। अब उसके सपने की ओर एक कदम और बढ़ने का मौका था। कुछ सालों बाद, रामू ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया। उसकी मेहनत और माता-पिता का आशीर्वाद उसे हर मुश्किल से पार कराता गया। आखिरकार, रामू एक सफल डॉक्टर बना। वह अपने गाँव वापस लौटा और वहाँ एक अस्पताल खोला। अब वह न केवल अपने सपने को पूरा कर चुका था, बल्कि अपने गाँव के लोगों की सेवा भी कर रहा था। रामू ने साबित कर दिया कि मेहनत और उम्मीद से कोई भी सपना सच हो सकता है। ©Pooja #Moral story