शीर्षक -प्रेम भाषा हिंदी हिंदी महज भाषा नहीं ये प्रेम की परिभाषा है, भावों से है परिपूर्ण जो अभिव्यक्ति की अभिलाषा है. राम रहीम औऱ संतों की ये ही बोली ये ही वाणी कथा पुराणों में क़िस्सों में हिंदी जैसे ,अमर कहानी हिन्दुस्तानी का है गौरव व्यवहार की यही निशानी बहते पानी की धारा सी सरल सहज मन में बह जाती, प्रेम भाव और सम्मान के शब्दों से ह्र्दय तल को छू जाती, हिंदी से है हिंदुस्तानी हिन्दुस्तानी का सम्मान, हिंदी से है नाम हमारा हिंदी ही अपनी पहचान । स्वरचित सर्वाधिकार सुरक्षित डॉ संयोगिता शर्मा ©Dr. sanyogita Sharma #peace #HmariHindi #hindi_poetry #MeriBhasha #HindiDivas2021 #Poetry #hindikavita #nojohindi