आसाण नही, हर बार हर वक्त, खामोश बन रह जाणा। आसाण नही, खुद्द पे जो घाव हे, हर बार छुपा। किसिके लिए मरहम बन जाणा। आसाण नही, कई बार आँखो मे आंसू होकर भी, बेवझा मुस्कान दिखाना। आसाण नही, हर बार धोका खाय, तूट ,बिखर फिर से खुद्द को, सवार लेना। आसाण नही, अपने पलको तले काजल को, किसीं और के आँखो मे , समाते हुए देख पाना, आसाण नही। #NojotoQuote