"हुई थी उनसे जब मेरी मुलाकात, हुआ कुछ ऐसा फिर मेरे साथ, दिल ही दिल में उमड़ रहे थे जाने कैसे जज़्बात, पहले-पहले प्यार का यह था एहसास। धड़कनों में हलचल थी साँसें महकी-महकी थीं, चिड़िया की मानिंद रहती चहकी-चहकी थी, पर एक पल भी चैन न था दिन हो चाहें रात, पहले-पहले प्यार का यह था एहसास। मन-मंदिर में बसाए हुए उन्हें बीत गए कितने साल, आने को हो चला अब उम्र का नया पड़ाव, पर आज भी है प्यार वही बरकरार, पहले-पहले प्यार का जो था एहसास।।" ©Anjali Singhal "हुई थी उनसे जब मेरी मुलाकात, हुआ कुछ ऐसा फिर मेरे साथ, दिल ही दिल में उमड़ रहे थे जाने कैसे जज़्बात, पहले-पहले प्यार का यह था एहसास। धड़कनों में हलचल थी साँसें महकी-महकी थीं, चिड़िया की मानिंद रहती चहकी-चहकी थी, पर एक पल भी चैन न था दिन हो चाहें रात,