यह मेरे उन सभी भाइयों एवं बहनों के लिए है जो अपने घर की एवं माता पिता की खुशी और उन्हें बेहतर जीवन देने के लिए न जाने कैसे कैसे मेहनत कर के गुजर बसर कर रहे है, बिना उफ्फ तक किये
लेकिन कुछ सेठ लोग इसे चोरी का नाम देते हैँ |अच्छा तो यह होता कि उनसे ये पूछा जाए कि क्या कष्ट है तुम्हें? अफसोस