फुर्सत में एक दिन लिखूं जो ख़त तुझे ऐ जिन्दगी शिकायत है कोई मुझे मेरे जैसा न मिला ऐ जिन्दगी मैंने तो हर बात मानी है सर झुका कर ऐ जिन्दगी वक्त के साथ गिरना कभी संभलती रही ऐ जिन्दगी ।। ♥️ Challenge-995 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।