निराशा के बादल भी छट जायेंगे कश्ती किनारों से सट जायेंगे। तू लौं जलाकर रख,अँधेरे ही तो हैं सूरज के उगते ही पथ से हट जायेगें ।। ©Rajani Mundhra #Lock down#stories