त्वरित तरंगों की दुनिया में, आज एक मुद्दत बाद, कागज की चिट्ठी आयी है, लगता है,किसी भूले,अपने को, तबीयत से,मेरी याद आयी है। त्वरित तरंगों की दुनिया में, आज एक मुद्दत बाद, कागज की चिट्ठी आयी है, लगता है,किसी भूले,अपने को, तबीयत से,मेरी याद आयी है । #चिट्ठी#yqdidi#yqbaba#hindi