भारतीय मीडिया के पतन का सबसे बड़ा लक्षण यह है कि वर्तमान सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक अथवा राजनैतिक विमर्श सही और ग़लत पर नहीं, केवल पक्ष और विपक्ष पर केंद्रित हो गया है। भारतीय जनमानस की चेतना बुद्धू बक्से (टी वी) में क़ैद हो कर रह गई है। यह अत्यंत गंभीर स्थिति है। -सरिता मलिक बेरवाल ©Sarita Malik Berwal मीडिया