उड़ने दो मुझे, मुझमें अभी जान है..! खुद से अभी हार

 उड़ने दो मुझे,
मुझमें अभी जान है..!
खुद से अभी हारा नहीं,
भरनी ऊँची उड़ान है..!
हौंसलों के आगे,
क्या धरती क्या आसमान है..!
खुद से ही मेरी,
अपनी ये पहचान है..!

©SHIVA KANT
  #CityWinter #udnedomujhe
play