प्यार क्या है बताना मूझे भी तो था पूछते तो सही मैं भी इंसान था मेरे सीने में भी था धड़क दिल रहा सुनने धड़कन तुम्हे पास आना तो था तुम कभी गौर से देखते तो सही प्यार आंखों से मेरी बरसता रहा भीग जाने के डर से दुबकते रहे और अब कह रहे भला वो तुम्हे क्या पता प्यार क्या है