हर एक मूरत में भाव झलक रहे है
हर एक मुराद में श्रद्धा प्रेम छलक रहा है,,,,,
एक मूरत मंदिर में सज रही
एक मूरत झोपड़े में प्रकाश फैला रही,,,
एक मूरत महलों के संगमरमर के पत्थर में बैठकर
उदास बैठी तरस रही है निगाहों के लिए,,,, #YourQuoteAndMine#yqkanmani