Sea water तु ज्वाला का अंगार, में समुद्र सा शांत, तू निदिया सी चंचल, में पहाड़ सा अड़ग, तू सूर्य सा गरम तो में चन्द्र सा शीतल, तू मेरी धड़कन तो में तेरी जान, बस यहीं तो हमारा प्यार, हम दोनों एक दूसरे के तलबगार ।। ©Abhishek Khunt "અજ્ઞેય" #Seawater