जहाँ आज़ादी नहीं होगी बराबरी का सपना नहीं होगा न्याय केवल शब्दों में होगा वहाँ मोहब्बत का कोई भी इज़हार बेमानी ही होगा बेमानी ही होगा #SmashBrahmanicalPatriarchy #YQbaba #YQdidi #Oppression