राधे राधे डूबा रहता था जो तेरी ही रंगरलियों में आज शांत बैठा है जलता था खुद दूसरो को उजाला देने के लिए आज खुद अंधेरे में बैठा है, क्या यही मतलब है इश्क का तो फिर सही है राधा का भी, जो शाम तेरे प्यार को पाने में तरसे है। vikk ji डूबा रहता था जो तेरी ही रंगरलियों में आज शांत बैठा है जलता था खुद सभी को उजाला देने के लिए आज खुद अंधेरे में बैठा है, क्या यही मतलब है इश्क का तो फिर सही है राधा का भी, जो शाम तेरे प्यार को पाने में तरसे