वे ख्याली में तुम्हे याद करता हूं कभी सुबह तो कभी शाम करता हूं सोचता हूं कब पिछा छोड़ेगी तू मेरा तेरी यादों में अंधा हो गया हूं ©Rajesh Khanna #Preying अंधा हो गया हूं