तुमसे ही शुरू तुम पे ही खत्म, सोंच तुमपे ही जा कर के अड़ जाती है। दिल को समझाता हूँ कि न बैचैन हो, आंख तुमसे ही जा कर के लड़ जाती है।।। #OpenmicIITM #maiorteriyaden #शायरी