Nojoto: Largest Storytelling Platform

बचपन की यादें बचपन की यादें जब आती हैं, मन अत्यंत

बचपन की यादें

बचपन की यादें जब आती हैं,
मन अत्यंत प्रसन्न हो जाता है।
हँसी की लहर भी छा जाती है,
दिल भी खुशहाल हो जाता है।

बचपन की जब भी बातें सोचूँ,
मन वही फिर करने को करता।
बात वही फिर जब भी मैं बोलूं,
दिल भी बच्चा बनने को करता।

याद करता जब विद्यालय की बातें,
अक्सर ही तो उसमें मैं खो जाता।
दोस्तों संग करता मजाकिया बातें,
हँसी में शामिल उनके मैं हो जाता।

गाँव जब जाता मैं पापा के संग,
सफर का ही मैं तब आनंद लेता।
जाकर वहाँ रह जाता तब मैं दंग,
जब प्रदूषण रहित मैं सांस लेता।

खेलना कूदना और मस्ती करना,
बचपन का यही तो खिलौना है।
बचपन की यादें हैं नहीं तो वरना,
बेकार का यह जीवन बिताना है।

बचपन की यादें जब आती हैं,
मन अत्यंत प्रसन्न हो जाता है।
हँसी की लहर भी छा जाती है,
दिल भी खुशहाल हो जाता है।
..............................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit #बचपन_की_यादें

बचपन की यादें

बचपन की यादें जब आती हैं,
मन अत्यंत प्रसन्न हो जाता है।
हँसी की लहर भी छा जाती है,
दिल भी खुशहाल हो जाता है।
बचपन की यादें

बचपन की यादें जब आती हैं,
मन अत्यंत प्रसन्न हो जाता है।
हँसी की लहर भी छा जाती है,
दिल भी खुशहाल हो जाता है।

बचपन की जब भी बातें सोचूँ,
मन वही फिर करने को करता।
बात वही फिर जब भी मैं बोलूं,
दिल भी बच्चा बनने को करता।

याद करता जब विद्यालय की बातें,
अक्सर ही तो उसमें मैं खो जाता।
दोस्तों संग करता मजाकिया बातें,
हँसी में शामिल उनके मैं हो जाता।

गाँव जब जाता मैं पापा के संग,
सफर का ही मैं तब आनंद लेता।
जाकर वहाँ रह जाता तब मैं दंग,
जब प्रदूषण रहित मैं सांस लेता।

खेलना कूदना और मस्ती करना,
बचपन का यही तो खिलौना है।
बचपन की यादें हैं नहीं तो वरना,
बेकार का यह जीवन बिताना है।

बचपन की यादें जब आती हैं,
मन अत्यंत प्रसन्न हो जाता है।
हँसी की लहर भी छा जाती है,
दिल भी खुशहाल हो जाता है।
..............................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit #बचपन_की_यादें

बचपन की यादें

बचपन की यादें जब आती हैं,
मन अत्यंत प्रसन्न हो जाता है।
हँसी की लहर भी छा जाती है,
दिल भी खुशहाल हो जाता है।
deveshdixit4847

Devesh Dixit

New Creator