लंबे अर्से बाद मुझे मौका मिला बोलने का और मैं रो पड़ा लोग तालियां बजाने लगे| लंबे अर्से बाद मुझे मौका मिला बोलने का और मैं रो पड़ा लोग तालियां बजाने लगे| सुशील ग़ाफ़िल