जमाई की हालत कुछ ऐसी मत पूछो कैसी ठहर गए जो दो दिन से ज्यादा तो समझो कबाड़े के जैसी पहले दिन भगवान दूसरे दिन मेहमान तीसरे दिन से जो ज्यादा ठहरे तो फिर नही इंशान सीधे दूध में पड़े मक्खी के जैसी शुरू शुरू में आओ भगत हलवा और मिठाई दूजे दिन पूड़ी सब्जी साथ मे रस मलाई तीजे दिन रोटी सब्जी खाना फिर तो बासी खाने से काम चलाना ✍️रिंकी ऊर्फ चंद्रविद्या किसी जगह पर बहुत देर तक पड़े रहना भी अच्छा नहीं होता। #यहाँसेचलें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi