कुछ बड़ा करना है मुझे हां, ये एक खामोशी के बाद यहीं है उम्मीद मेरा पर गुज़र रहे है बाकी साल ना कोई द्वेष ना किसी का ख्याल हां, मुझे उड़ना है उड़ते बादल का बनना है ढाल कुछ बड़ा करना है मुझे पर गुज़र रहे है बाकी साल ©Deependra jha #mywish #MereKhayaal