हीरा लुटे, कोयले पर छापा।।
गर दिल पे बात लगी होती तो बोलो यहां क्या ऐसा होता,
ईमान बिके बाज़ारों में, उसकी कीमत भी क्या पैसा होता।
छोटी बात लगे दिल पर, हीरा लुटे, पर कोयले पर छापा,
देश रहा लुटता, पर हम खोते रहे हर छोटी बात पर आपा।
क्यूँ हम सालों गुलाम रहे, क्यूँ हमले भी हम पे हज़ार हुए, #Poetry#Quotes#kavita#hindipoetry