Nojoto: Largest Storytelling Platform

ये वो साथी है जब कोई परिवार का नही सुने जब कोई दोस

ये वो साथी है
जब कोई परिवार का नही सुने
जब कोई दोस्त भी नही समझे
जब कोई करीब का साथ ना हो
बाकी दुनिया नकार रही हो
ये वो दो दोस्त है, जो बोलते है
सुनते है समझते चाहे कैसा भी जस्बात हो
कैसा भी व्यवहार हो
बस बिना कुछ कहे पूछे बस एक साथ 
अपनापन भरोसा देते है और कहते है
कर ले खाली खुद के मन को 
उन सब जिरह से जिसको तुम कहना 
और सुनाना चाहता है
#मेरी डायरी

©पूर्वार्थ #डायरीकेपन्नोंसे
ये वो साथी है
जब कोई परिवार का नही सुने
जब कोई दोस्त भी नही समझे
जब कोई करीब का साथ ना हो
बाकी दुनिया नकार रही हो
ये वो दो दोस्त है, जो बोलते है
सुनते है समझते चाहे कैसा भी जस्बात हो
कैसा भी व्यवहार हो
बस बिना कुछ कहे पूछे बस एक साथ 
अपनापन भरोसा देते है और कहते है
कर ले खाली खुद के मन को 
उन सब जिरह से जिसको तुम कहना 
और सुनाना चाहता है
#मेरी डायरी

©पूर्वार्थ #डायरीकेपन्नोंसे