हजारो लोग चाहते होंगे तुम्हें जैसे शायद हम चाह रहे है कहने को है तुमसे बहुत कुछ पर हम अपने हिस्से के किस्से को अल्फ़ाजों मे गुनगना रहें है... पुकार हमारी शायद अब तक तुम तलक पहुंची ही नही या तुम जानबूझकर हमसे शायद अपनी नजरे चुरा रहे हो #सोचनेसे #शायद #किस्से #नजरे_चुराना #हजारोंआसमान #हमारीपसंद #yqbabaquotes #yqdidi