मुझे जरूरत नही किसी की, मैं हूँ खुद का गुलाम ,मैं हूँ खुद का हुजूर ।।। मेरे जीने का यही अंदाज है, इसे मेरी ज़िद्द समझो ,या फिर मेरा गुरुर ।।। मेरी कलम से प्यारा बिरजू😊😊 मुझे जरूरत नही किसी की, मैं हूँ खुद का गुलाम ,मैं हूँ खुद का हुजूर ।।। मेरे जीने का यही अंदाज है, इसे मेरी ज़िद्द समझो ,या फिर मेरा गुरुर ।।। मेरी कलम से प्यारा बिरजू😊😊