उदास आज मन था बहुत उदास सोचा थोड़े केले खा लें हम ज्यों सेब को काटा संतरे की फ़ांकें निकली दस हर फांक में निकले बीज छे बीजों से निकले पेड़ बबूल के ढेर हँसने लगे हम बिना सोच विचार आज मन था बहुत उदास #anujjain #yqdidi #children #childrenpoem