मुहब्बत भूले से भी अब कभी ना दर पे तेरे आएगें कि सितम इतना भी नहीं इश्क हम अब तुमपे ढ़ाऐंगे तेरी तस्वीर हमनें दिल में अपने उतार ली ऐसे कि सीना चीर भी दे तो जुदा खुदको कर ना पाऐंगे हमें मालूम नहीं इश्क में गलत क्या सही क्या तेरी मुहब्बत में जीस्त कुछ ऐसे बिताएंगे हम ता उम्र रोऐंगे पर हसते पाये जाऐंगे ये सच हैं मिल नहीं सकते हम इस जीस्त ए जुल्म में हम नफस नफस में जुदाई ए गम को ऐसे मिलाऐंगे हौले हौले ही जिन्दगी अब खाएगी हमकों तेरा ही नाम ले ले कर हम खुदा के दर को जाऐंगे ये जहाँ जीत भी लेंगे तो भला कैसे तुमको पाऐगे।।। अजल के बाद हम दिल्लगी बखूबी निभाएंगे।। तुम हमको भूल जाना हो सके ए राह ए मुहब्बत हम आसमां में तारा बन के फिर भी चमचमाऐंगे। तुझे याद आएगी मेरी जब भी ज़रा तबीयत से करना।। अश्क बन के आँखों में तेरी उतर जाएंगे।। Raani *Charmi love#Feelings#Sad#distance#missing