आज बहोत दिनो बाद वो हसने लगी, मगर खिलखीलाके नहीं..... सपने आज भी देखती हैं कल भी देखती थी फरक इस बात का हैं आज के सपनो में वो खुद नहीं हैं.... सजना संवरना उसे पसंद था मगर उसके हिसाब से, आज वो खूब सजती हैं किसीं और के हिसाब से...... उसे सबकी आदते पता हैं खुद की आदते भुला के उसने याद रखा हैं....... सबकी पसंद नापसंद पता हैं खुद की पसंद से तो उसने नाता ही तोड दिया हैं...... सच बताऊ तो, वो इंसान से शादी करती हैं पर क्यू घर की बहु, house wife कहलाती हैं...... #स्त्रीत्व #yourquotedidi अच्छी लगे तो like करना....