#FourlinePoetry शहर-शहर बंगला बना, बैंक बैंक में नाम, अजगर करे ना चाकरी,पंछी करे न काम, पंछी करे न काम , करते खाना पूरी - होती मुँह में राम-राम , बगल में छूरी । ©Yashpal singh badal four line #fourlinepoetry