शाम होने वाली थी - एक छोटी कहानी (It was going to be evening - A Short Story.) --------------------------------------------------- पूरी कहानी कैप्शन में पढ़ें। (Read the full story in caption.) शाम होने वाली थी आसमां का रंग बदलने लगा था पंक्षी अपने घर की ओर लौट रहे थे फ़िज़ाओं में हल्की-हल्की ठंढ़ी हवाएँ चल रही थी मानों जैसे कहीं बारिश हो रही हो मैं भी चल पड़ा था उसी वक़्त में जहाँ वो अक्सर शाम को 5:00 बजे अपनी बालकनी में मुझे देंखने आया करती थी