दोस्तों बैठे क्यों हो? उठो और चलो जो सोचता है वह नहीं जो चलता है बस केवल वही पहुँचता है इतना विवेक इतना प्रकाश तो हर किसी क़े पास है क़ि उससे कम से कम दस कदम का फासला दिखाई पड सके और इतना क्या पर्याप्त नहीं है परमात्मा तक पहुंचने क़े लिए.? ©Parasram Arora #उठो और चलो.......