फिर से अंधेरों की बारात लेकर चली आई है रात देखो यहां पर उजालों ने खोया सनम फिर से कोई ढूंढे भी कोई तो ढूंढे कहां पर धुआं होके उड़ जाएंगे दर्द कितने टूटेंगे तारे यहीं आसमां पर झुकेंगी कभी ना ए खामोश पलकें बिछा दी हैं नजरें सारे जहां पर #nozoto #nozotohindi #nozotonews #hindi #hindipoetry #hindishayari #hindisahitaya #shayri #nozotopoetry