Nojoto: Largest Storytelling Platform

हम दरिया में डूबने उतरे थे, किनारे वो खड़ी थी, मन म

हम दरिया में डूबने उतरे थे, किनारे वो खड़ी थी,
मन मे मौत का खौफ था, सामने ज़िन्दगी खड़ी थी !
दरिया का बहाव इतना था, की पैर फिसलने लगे,
उसने हाथ क्या बढ़ाया, पॉव पानी पर चलने लगे !
पहुँचा किनारे पर, जब देखा उसकी आँखो में,
बहाव दरिया में था, और हम उसकी आँखो में डूबने लगे !
भीगा मैं था , बदन उसका कांप रहा था,
ज़िन्दगी मुझे मिली, खुशी उसकी आँखों मे झलक रहा था !
ना बदनामी का डर था, ना खौफ था किसी के देख लेने का, बस उसे देखा और मन किया गले लगाने का ! #किनारा
हम दरिया में डूबने उतरे थे, किनारे वो खड़ी थी,
मन मे मौत का खौफ था, सामने ज़िन्दगी खड़ी थी !
दरिया का बहाव इतना था, की पैर फिसलने लगे,
उसने हाथ क्या बढ़ाया, पॉव पानी पर चलने लगे !
पहुँचा किनारे पर, जब देखा उसकी आँखो में,
बहाव दरिया में था, और हम उसकी आँखो में डूबने लगे !
भीगा मैं था , बदन उसका कांप रहा था,
ज़िन्दगी मुझे मिली, खुशी उसकी आँखों मे झलक रहा था !
ना बदनामी का डर था, ना खौफ था किसी के देख लेने का, बस उसे देखा और मन किया गले लगाने का ! #किनारा