"मैं गरीब" मेरे मन की वेदना कौन सुनें किससे मैं मन की बात कहूं सच होते ही नही वह सपने जो मैं अपने आंखों से देखूं मुझको भी है पढ़ना लिखना सपन संजोऊं या मैं पेट भरूं विद्या - भूख की तृष्णा लिए पथिकों की तरफ यूं ही देखूं ✍️अपर्णा त्रिपाठी "मासूम" ©मासूम मैं गरीब#गरीब #लाचारी