अगहन / मार्गशीर्ष मास आया मास अगहन.. श्रीकृष्ण रूपम.. करो देव पूजन.. श्रेष्ठ अध्यातम। कहता धर्म सनातन.. युमुना स्नान उत्तम.. करो नित वंदन.. श्री कृष्ण अभिनंदन। आया मास अगहन.. लगे सृष्टि उपवन.. करो नित कीर्तन.. मनभावन नर्तन। आया मास अगहन.. नये विहग विहंगम.. करो भक्ति पावन.. मिटे सब क्रंदन। कवि आनंद दाधीच । भारत ©Anand Dadhich #मार्गशीर्ष #अगहन #भक्ति #kaviananddadhich #hindipoets #poetananddadhich #poetsofindia