अगर हम रो पड़े तो सोच लो, तुम भी नीरज, बनके आंसू मेरी आंखों से,निकल जाओगे। बहुत वहतर है इस मिट्टी के,दामन से लगे रहना, अगर शीशे पै चलोगे तो,फिसल जाओगे।।