दिल के कोरे कागज पर कब नाम तुम्हारा लिख बैठे फूलों की तमन्ना में काँटों से दोस्ती कर बैठे देकर दर्द मोहब्बत का भूल जाओ कहते हो जल बीच मीन प्यासी रहे ऐसा होता है क्या प्रेम की मस्ती में जो डूबा छुपे से न छुपा सके कोई दीवानगी उसकी नज़रों से सबकी नज़रों में आ ही जाती है प्रेम पंथ पर चलकर अब तो आगे निकल चुकी उसकी यादों में ऐसी खोई ख़ुद को ही भूल गई चुपके से वो आता है सपनों में मुझसे मिलने छूकर मेरे मन को अहसास अपना करा जाता है #nojoto #writersofnojoto #hindi #poetry #writersnetwork #writers