पक्षपात रिश्ते तार तार हो गए शायद ज़मीन आसमान एक हो गए आंखों में छलक आए आंसु जब वो हमारे साथ पक्षपात कर गए ©Tafizul Hussain Sambalpur Odisha पक्षपात #WForWriters