Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज फिर से मुस्कुराना चाहता हूं शाख से टूटे हुए पत्

आज फिर से मुस्कुराना चाहता हूं
शाख से टूटे हुए पत्ते को फिर लगाना चाहता हूं
एक वो लम्हा जो गुजर गया ,उसे फिर से जीना चाहता हूं
वो जो रूठे है उन्हें, फिर एक बार मानना चाहता हूं
आज फिर से मुस्कुराना चाहता हूं। रूठी मुस्कान
आज फिर से मुस्कुराना चाहता हूं
शाख से टूटे हुए पत्ते को फिर लगाना चाहता हूं
एक वो लम्हा जो गुजर गया ,उसे फिर से जीना चाहता हूं
वो जो रूठे है उन्हें, फिर एक बार मानना चाहता हूं
आज फिर से मुस्कुराना चाहता हूं। रूठी मुस्कान
utkarshjain9095

Utkarsh Jain

New Creator